Doctor Kaise bane एक गर्व का विषय होता है। आदर्शता और सम्मान के साथ एक डॉक्टर अपने समुदाय की सेवा करता है और मानवता की सेवा में अपनी अहमियत निभाता है। इस समाज सेवा की अत्यंत महत्वपूर्ण व्यवस्था के लिए एक सुरक्षित और संतुष्ट जीवन बिताने का वादा करना डॉक्टर बनने का साथी बनता है। इस लेख में हम डॉक्टर कैसे बने इस प्रश्न का उत्तर ढूंढ़ेंगे और इस मार्ग में यहां जरूरी कदम और जानकारी प्रदान करेंगे।
डॉक्टर कोन होता है?
डॉक्टर एक स्वास्थ्य सेवा पेशेवर होता है जो रोगीयों की देखभाल, निदान और उपचार करने का कार्य संपादित करता है। यह स्वास्थ्य समस्याओं का संशोधन करने और उन्हें दूर करने के लिए विशेषज्ञता और ज्ञान के साथ सदीयों से बढ़ रहा है। एक डॉक्टर रोगी का विश्लेषण करके उनके समस्याओं का समाधान ढूंढ़ता है और स्वस्थ जीवन प्रणाली को बनाए रखने के लिए सलाह देता है।
इसके अलावा, वे बीमारियों की रोकथाम, निदान और उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। डॉक्टर समाज सेवा का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं और लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का कार्य करते हैं।
डॉक्टर के कितने प्रकार होते है?
डॉक्टरों के विभिन्न प्रकार होते हैं जो अलग-अलग चिकित्सा क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखते हैं। यहां कुछ प्रमुख डॉक्टर की प्रकृतियों की सूची है:
आयुर्वेदिक डॉक्टर
आयुर्वेदिक डॉक्टर वे चिकित्सक होते हैं जो आयुर्वेद के तत्वों और सिद्धांतों का उपयोग करके रोगों का इलाज करते हैं। यह प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति पर आधारित होता है, जिसमें विभिन्न प्राकृतिक औषधियों, पौधों, मसालों, योग और प्राणायाम का उपयोग किया जाता है।
एलोपैथिक डॉक्टर
एलोपैथिक डॉक्टर वह डॉक्टर होते हैं जो हमारी देखभाल करने के लिए दवाओं और औषधियों का उपयोग करते हैं। वे अपने पेशेवर कौशल और विशेष ज्ञान का इस्तेमाल करके बीमारियों का इलाज करते हैं और हमें स्वस्थ रखने के लिए सलाह देते हैं। वे हमारे शरीर की विभिन्न प्रणालियों और रोगों की विशेषताओं को समझते हैं और इसके आधार पर हमें उचित उपचार प्रदान करते हैं। उनका लक्ष्य हमारी सेहत बढ़ाना है और हमें स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने में मदद करना है।
होम्योपैथिक डॉक्टर
होम्योपैथिक डॉक्टर वे खास डॉक्टर होते हैं जो दवाओं की जगह पर प्राकृतिक उपचार का उपयोग करते हैं। उनका यही मूल मंत्र होता है कि शरीर स्वयं ही ठीक हो सकता है।
होम्योपैथिक डॉक्टर सबसे पहले हमारी समस्या को ध्यान से सुनते हैं और हमें अपनी आवाज उठाने का मौका देते हैं। उनकी विशेषता यह है कि वे शरीर के संकेतों को गहराई से समझते हैं और उनके आधार पर सटीक और व्यक्तिगत उपचार तैयार करते हैं। ये उपचार प्राकृतिक उपादानों से बने होते हैं और हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।
यूनानी या हकीम डॉक्टर
यूनानी या हकीम डॉक्टर हमें उपचार के लिए जड़ी-बूटियों, औषधियों और अन्य प्राकृतिक उपकरणों के बारे में संपूर्ण जानकारी देते हैं। वे शरीर की संतुलितता और प्रकृतिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को स्थायी रूप से बनाए रखने में सहायता करते हैं। इसलिए, यूनानी या हकीम डॉक्टर हमारे स्वास्थ्य के लिए मार्गदर्शक और आपसे दोस्ती बनाते हैं।
दंत चिकित्सक
दंत चिकित्सक वे डॉक्टर होते हैं जो मुख और दांतों से संबंधित समस्याओं का इलाज करते हैं। उनका मुख्य कार्य हमारे दांतों, मसूड़ों, मुँह के रोगों, दांतों की सजावट, दांतों की पूर्ति, दांतों की छोटी-मोटी सर्जरी, और अन्य दांतों से संबंधित समस्याओं का इलाज करना होता है।
नेत्र चिकित्सक
नेत्र चिकित्सक वे डॉक्टर होते हैं जो नेत्रों से संबंधित समस्याओं का इलाज करते हैं। उनका मुख्य कार्य हमारी आंखों की जांच, रोगों का निदान, और इलाज करना होता है।
डॉक्टर बनने के लिए पात्रता
- आपको 10+2 के बाद मेडिकल के संबंधित विषयों (जैसे रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान, भौतिकी, गणित) का पढ़ाई करना होगा। इसके लिए आपको विज्ञान स्ट्रीम का हिस्सा होना आवश्यक है।
- और कम से कम 72% से ऊपर अंक प्राप्त करने होंगे।
- भारत में कोई भी विदेशी एवं भारतीय मूल का व्यक्ति आसानी से डॉक्टर की पढ़ाई कर सकता हैं।
- अगर आप ओबीसी के कैटेगरी में आते हैं तो आपके लिए डॉक्टर बनने की आयु सीमा के लिए 50% की छूट होगी।
- अगर आप ओबीसी के कैटेगरी में आते हैं तो आपके लिए डॉक्टर बनने की आयु सीमा के लिए 50% की छूट होगी।
- अगर आप पीडब्ल्यूडी वर्ग की श्रेणी में आते हैं, तो आपको आयु सीमा में 45% तक की छूट दी जाएगी।
डॉक्टर बनने के लिए कितने परसेंटेज चाहिए क्लास 10वीं और 12वीं में?
डॉक्टर बनने के लिए आपको दसवीं और बारहवीं में कम से कम 50% से भी अधिक अंक प्राप्त करने होंगे।
डॉक्टर कैसे बने?
1. विज्ञान विषय से 12 वी पूरी करे।
डॉक्टर बनने के लिए आपको पहले उच्चतर माध्यमिक (12वीं) में विज्ञान विषय से पाठ्यक्रम पूरा करना होगा। इसके लिए आपको विज्ञान स्ट्रीम का हिस्सा होना आवश्यक है, जिसमें रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान, भौतिकी, और गणित जैसे विषय शामिल होते हैं।
2. Neet की परिक्षा पास करे।
अपनी मेहनत और तैयारी के साथ NEET परीक्षा पास करें, और डॉक्टर बनने का सपना पूरा करें।
3. मेडिकल कॉलेज मे प्रवेश करे
अपने NEET परीक्षा के उत्तीर्ण होने के बाद, आप मेडिकल कॉलेज में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। जब आप NEET परीक्षा में सफल हो जाते हैं, तो आप मेडिकल कॉलेज के लिए आवेदन कर सकते हैं और प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। यह आपके डॉक्टर बनने के सपनों को साकार करने का महत्वपूर्ण कदम होता है।
4. 1 साल की इंटर्नशिप करे।
डिग्री लेने के बाद , आपको 1 साल की इंटर्नशिप करनी होगी। इस अवधि के दौरान आप अस्पताल में काम करेंगे, व्यावसायिक अनुभव प्राप्त करेंगे, और विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में कौशल विकसित करेंगे। यह आपको व्यावसायिकता में सुधार करने में मदद करेगी और आपको डॉक्टरी में महत्वपूर्ण अनुभव प्रदान करेगी।
NEET क्या है?
NEET (राष्ट्रीय पात्रता व व्यावसायिक परीक्षा) एक भारतीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है जो चिकित्सा, डेंटल और अन्य संबंधित मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। यह परीक्षा मूल रूप से विभिन्न राज्य स्तरीय परीक्षाओं के बजाय एकीकृत प्रवेश प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए आयोजित की जाती है।
NEET के माध्यम से, उम्मीदवार भारतीय चिकित्सा, डेंटल और अन्य संबंधित मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। NEET परीक्षा में उत्तीर्ण होना आवश्यक होता है ताकि उम्मीदवार चिकित्सा क्षेत्र में अग्रसर हो सके।
NEET का full form क्या है?
NEET का Full form (National Entrance Eligibility Test) राष्ट्रीय पात्रता व व्यावसायिक परीक्षा है।
NEET परीक्षा के लिए पात्रता (Eligibility)
- आपको 10+2 या समकक्ष परीक्षा में विज्ञान स्ट्रीम (बायोलॉजी, रसायन विज्ञान, भौतिकी और गणित) से पास होना चाहिए। आपकी मार्क्स संबंधित प्राधिकारिक नियमों और विश्वविद्यालय के नीट नियमों के अनुसार न्यूनतम प्रतिशत को पूरा करना चाहिए।
- आपकी उम्र NEET के लिए निर्धारित उम्र सीमा के अनुसार होनी चाहिए। आमतौर पर, आपकी उम्र 17 साल से ऊपर होनी चाहिए और 31 दिसंबर को उम्र 31 साल नहीं होनी चाहिए।
- NEET में उत्तीर्ण होने के लिए आपको उत्तीर्ण करने के लिए पाठ्यक्रम में संबंधित विषयों का अध्ययन करना होगा।
NEET परीक्षा के लिए आवेदन कैसे करे?
NEET परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए आप निम्नलिखित कदमों का पालन कर सकते हैं:
- ऑनलाइन पंजीकरण: NEET की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और आवेदन प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करें।
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें: आवेदन प्रक्रिया में आपको अपनी व्यक्तिगत और शैक्षिक विवरणों को भरना होगा। आपको अपना नाम, पता, जन्मतिथि, संपर्क विवरण, शैक्षिक विवरण और अन्य संबंधित जानकारी प्रदान करनी होगी।
- दस्तावेज़ों की जांच: आवेदन के साथ, आपको अपने अनुभव प्रमाण पत्र, पासपोर्ट आकार की फोटो, आवेदन शुल्क, और अन्य संबंधित दस्तावेज़ सबमिट करने की जरूरत होगी।
- आवेदन शुल्क भरें: NEET परीक्षा के लिए आवेदन शुल्क भरें और आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ ऑनलाइन या ऑफ़लाइन तरीके से जमा करें।
- प्रमाणीकरण पत्र प्राप्त करें: आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, आपको आवेदन प्रमाणीकरण पत्र प्राप्त करेंगे। इस पत्र को सुरक्षित रखें, क्योंकि यह प्रवेश परीक्षा में उपस्थित होने के लिए आवश्यक होगा।
आपको यहां उल्लेखित निर्देशों का पालन करके NEET परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, आपको संबंधित प्राधिकारिक वेबसाइट या अधिकारिक संस्था से अधिक जानकारी प्राप्त करने की सलाह दी जाती है।
NEET परीक्षा आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज़ (Documents)
- 12 वी मार्कशीत (12th marksheet)
- प्रमाण पत्र (Proof of Identity)
- फोटोग्राफ (Passport size photo)
- निवास प्रमाण (Residence Certificate)
- आय प्रमाण पत्र (आय प्रमाण पत्र)
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NEET परीक्षा का सिलेबस (Syllabus)
NEET परीक्षा में आपको ज्यादातर फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के विषय से प्रश्न पूछे जाते हैं। इसलिए, अगर आप NEET की तैयारी करना चाहते हैं, तो आपको एनसीईआरटी की 11वीं और 12वीं कक्षा के विज्ञान संबंधित पाठ्यक्रम को पढ़ना होगा।
यहां हम आपको 11वीं और 12वीं के आधार पर NEET के सिलेबस की जानकारी दे रहे हैं, और आप इस जानकारी को समझकर अनुमान लगा सकते हैं कि आपको कैसे इसकी तैयारी करनी होगी।
NEET परीक्षा का पैटर्न (Pattern)
नीट एंट्रेंस एग्जाम के लिए उम्मीदवारों को दो अलग-अलग प्रकार के एग्जाम देने होते है, पहला एग्जाम सभी लोगों के लिए कॉमन एग्जाम होता है और दूसरा एग्जाम अलग-अलग विषयों के लिए अलग अलग से आयोजित किया जाता है। चलिए नीचे अब हम इसे पॉइंट के माध्यम से समझने का प्रयास करते हैं।
नीट परीक्षा का पैटर्न निम्नलिखित तालिका में दिया गया है:
परीक्षा विवरण | विवरण |
---|---|
परीक्षा मोड | ऑफलाइन (पेन और पेपर आधारित) |
परीक्षा की अवधि | 3 घंटे |
प्रश्नों की संख्या | कुल 180 मल्टीपल-च्वयान प्रश्न |
पेपर 1 के UGC NET सिलेबस में 10 यूनिट हैं। |
प्रत्येक यूनिट से 5 प्रश्न पूछे जाएंगे। |
पेपर -1 और पेपर -2 दोनों ऑनलाइन मोड में आयोजित किए जाएंगे। |
पेपर -1 और पेपर -2 दोनों में प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे। |
पेपर 1 में 50 प्रश्न होंगे और पेपर 2 में 100 प्रश्न होंगे। |
सभी प्रश्न 2 अंक का होंगे। |
डॉक्टर बनने के लिए कौन सा कोर्स करें?
- MBBS
- BHMS
- BAMS
- BUMS
- BDS
- B.Sc. Nursing
- BPT (Physiotherapy)
- Pharm D
- B. Pharm
MBBS क्या है?
MBBS यह एक पांच वर्षीय अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसका मतलब होता है कि इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र एक प्रमाणित डॉक्टर बन जाते हैं। यह कोर्स मेडिकल कॉलेजों द्वारा प्रदान किया जाता है और इसमें मेडिसिन और सर्जरी के बुनियादी अवधारणाएं, अगर आप इस डिग्री को हासिल कर लेते है तब आपको बड़ी ही आसानी से किसी भी सरकारी या फिर प्राइवेट हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर या फिर जूनियर सर्जन बनने का मौका प्राप्त हो जाता है।
MBBS का full form क्या है?
MBBS का full form Bachelor of Medical and Bachelor of Surgery या हिन्दी मे बैचलर ऑफ़ मेडिसिन और बैचलर ऑफ़ सर्जरी होता है।
MBBS कहा से करे?
NEET की परीक्षा पास करने के बाद आप अगर अच्छे मार्क्स लाए तो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज या फिर आप किसी भी प्राइवेट कॉलेज से ये डिग्री कर सकते है । MBBS का कोर्स 5.5 वर्ष का होता है जिसमे 1 वर्ष इंटर्नशिप करना होता है।
BHMS क्या है?
HMS: भोमिक चिकित्सा के लिए आप BHMS कोर्स कर सकते हैं। यह एक पांच वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स है जहां आप होम्योपैथिक दवाओं के उपयोग से रोगों का इलाज सीखेंगे। इसमें आपको रोगी के लक्षणों का पता लगाना, औषधि विज्ञान, उपचार के सिद्धांत, रोग निदान आदि पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। इस कोर्स के दौरान आपको अंडरग्रेजुएट इंटर्नशिप के माध्यम से विभिन्न चिकित्सा विभागों में अनुभव प्राप्त होगा।
यह कोर्स भी एक अंडर ग्रेजुएशन कोर्स होता है और इसे आप 12वीं के बाद कर सकते हैं।
BHMS का full form क्या है?
BHMS का पूरा नाम होता है (Bachelor of homeopathic Medicine and Surgery) बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी”।
BHMS कहा से करे?
NEET की परीक्षा पास करने के बाद आप अगर अच्छे मार्क्स लाए तो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज या फिर आप किसी भी प्राइवेट कॉलेज से ये डिग्री कर सकते है । BHMS का कोर्स 5.5 वर्ष का होता है जिसमे 1 वर्ष इंटर्नशिप करना होता है।
BAMS क्या है?
BAMS का मतलब है “आयुर्वेदिक मेडिसिन और सर्जरी की बैचलर डिग्री”। यह एक पंच वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स है जिसमें हम आयुर्वेदिक चिकित्सा के सिद्धांत, प्रयोग, औषधि और रोगों के इलाज पर ध्यान देते हैं। इस कोर्स के बाद आप आयुर्वेदिक चिकित्सा डॉक्टर बन सकते हैं।
BAMS का full form क्या है?
BAMS का पूरा नाम होता है (Bachelor of Ayurveda Medical and surgery) आयुर्वेदिक मेडिसिन और सर्जरी की बैचलर डिग्री।
BAMS कहा से करे?
NEET की परीक्षा पास करने के बाद आप अगर अच्छे मार्क्स लाए तो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज या फिर आप किसी भी प्राइवेट कॉलेज से ये डिग्री कर सकते है । इस कोर्स को करने के लिए स्टूडेंट को लगा 5 वर्षों का समय देना होता।
उसके बाद एडिशनल प्रैक्टिकल नॉलेज के लिए स्टूडेंट को करीब 1 वर्षों का इंटर्नशिप करना होता है मतलब की कुल मिलाकर आपको इस कोर्स को कंप्लीट करने में 6 वर्षों का समय लगने वाला है।
BUMS क्या है?
यह एक पांच साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसमें यूनानी चिकित्सा एंव सर्जरी के सिद्धांत, औषधियाँ, और रोगों के इलाज पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। BUMS कोर्स के पश्चात छात्र यूनानी चिकित्सक बनते हैं।
BUMS का full form क्या है?
BUMS का पूरा नाम होता है (Bachelor of Unani medicine and surgery) बैचलर ऑफ़ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी।
BUMS कहा से करे?
NEET की परीक्षा पास करने के बाद आप अगर अच्छे मार्क्स लाए तो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज या फिर आप किसी भी प्राइवेट कॉलेज से ये डिग्री कर सकते है ।
अगर इस कोर्स को पूरा करने की बात करें तो स्टूडेंट को लगभग 5 वर्षों तक का या कोर्स करना होता है और उसके बाद 1 वर्ष के इंटर्नशिप मतलब कि अगर आपकी इस कोर्स के लिए एक शौक है तो आपको अपना लगभग 6 वर्षों का समय देना होगा।
BDS क्या है?
यह एक पांच साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसमें दांतों के उपचार और मुख्य रोगों के इलाज पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। BDS कोर्स को मेडिकल कॉलेजों में प्रदान किया जाता है और इसके द्वारा छात्र दंत चिकित्सक बनते हैं।
BDS का full form क्या है?
BDS का पूरा नाम होता है (Bachelor of dental surgery) दंत शल्य चिकित्सा स्नातक।
BDS कहा से करे?
NEET की परीक्षा पास करने के बाद आप अगर अच्छे मार्क्स लाए तो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज या फिर आप किसी भी प्राइवेट कॉलेज से ये डिग्री कर सकते है । इस कोर्स को करने के लिए आपको करीब 4 वर्षों का समय लगेगा और 1 वर्ष का इंटर्नशिप आपको इसके अंतर्गत करना होगा। कुल मिलाकर इस कोर्स को पूरा होने में आपको करीब 5 वर्ष का समय लग सकता हैं।
B.Sc. Nursing क्या है?
यह एक चार साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसमें मेडिकल संस्थानों में नर्सिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त की जाती है। B.Sc. Nursing कोर्स के द्वारा छात्र मेडिकल और स्वास्थ्य सेवाओं में मरीजों की देखभाल, नर्सिंग प्रक्रियाओं, औषधीय प्रबंधन, स्वास्थ्य प्रमाणिका और संबंधित विषयों की ज्ञान प्राप्त करते हैं।
B.Sc. Nursing का full form क्या है?
B.Sc. Nursing का पूरा नाम होता है (Bachelor of Science in course) नरसिंह विज्ञान में स्नातक
B.Sc. Nursing कहा से करे?
NEET की परीक्षा पास करने के बाद आप अगर अच्छे मार्क्स लाए तो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज या फिर आप किसी भी प्राइवेट कॉलेज से ये डिग्री कर सकते है ।
B.Sc. Nursing कोर्स तीन साल का होता है। किताबी ज्ञान के साथ-साथ इसमें आपको प्रैक्टिकल जान भी प्रदान किया जाएगा और इसके लिए आपको करीब 1 वर्षों का इंटर्नशिप करना होगा। कुल मिलाकर आपको इस कोर्स को पूरा करने में लगभग 5 वर्षों का समय लग सकता हैं।
BPT (Physiotherapy) क्या है?
यह एक चार साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसमें शारीरिक दुर्बलता, चोट, रोग या अन्य समस्याओं के इलाज के लिए फिजियोथेरेपी के सिद्धांतों और तकनीकों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। BPT कोर्स के द्वारा छात्र फिजियोथेरेपिस्ट बनते हैं और रोगियों को शारीरिक उपचार और वस्त्रागार द्वारा मदद प्रदान करते हैं।
BPT (Physiotherapy) का full form क्या है?
Bachelor of Physiotherapist का पूरा नाम होता है (Bachelor of Physiotherapist) नरसिंह विज्ञान में स्नातक
BPT (Physiotherapy) कहा से करे?
NEET की परीक्षा पास करने के बाद आप अगर अच्छे मार्क्स लाए तो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज या फिर आप किसी भी प्राइवेट कॉलेज से ये डिग्री कर सकते है ।
यह कोर्स करीब 4 वर्षों का होता है। 4 वर्षों के इस कोर्स को करने के बाद आप एक फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में जाने जाते है और उसके बाद आप कहीं सरकारी संस्था में या प्राइवेट संस्था में जॉब कर सकते है
Pharm D क्या है?
Pharm D का पूरा रूप होता है “फार्म डॉक्टर”। यह एक छह साल का प्रोफेशनल डिग्री कोर्स है जिसमें दवाइयों के विज्ञान, फार्मेसी प्रैक्टिस, औषधि निर्माण और औषधि व्यवसायिकता पर विशेषज्ञता प्राप्त की जाती है। Pharm D कोर्स के द्वारा छात्र औषधि विज्ञान और रोगी सेवा के क्षेत्र में काम कर सकते हैं और बीमारियों के उपचार में दवाइयों का उपयोग कर सकते हैं।
Pharm D का full form क्या है?
Pharm D का पूरा नाम होता है (Doctor of pharmacy) फार्मेसी के डॉक्टर
Pharm D कहा से करे?
NEET की परीक्षा पास करने के बाद आप अगर अच्छे मार्क्स लाए तो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज या फिर आप किसी भी प्राइवेट कॉलेज से ये डिग्री कर सकते है ।
इस कोर्स को करने के लिए स्टूडेंट को करीब 6 वर्षों का समय देना होता है क्योंकि इसमें 5 साल की एजुकेशनल डिग्री की पढ़ाई कराई जाती है और वही 1 साल प्रैक्टिकल के लिए स्टूडेंट्स को रेजीडेंसी इंटर्नशिप करना होता हैं।
B. Pharm क्या है?
यह एक तीन साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसमें दवाइयों, औषधि विज्ञान, औषधि निर्माण और औषधि व्यवसायिकता पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। B. Pharm कोर्स के द्वारा छात्र औषधि विज्ञान के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करते हैं और औषधियों के निर्माण, पैकेजिंग, मानकीकरण और दवाइयों के उपयोग के बारे में ज्ञान प्राप्त करते हैं।
B. Pharm का full form क्या है?
B. Pharm का पूरा नाम होता है (Bachelor of Pharmacy) फार्मेसी में स्नातक होता है।
B. Pharm कहा से करे?
B. Pharm कोर्स में NEET परीक्षा की आवश्यकता नहीं होती है। इसे करने के लिए उम्मीदवारों को लगभग 4 वर्षों का समय लगता है। इन 4 वर्षों में उम्मीदवारों को 6 से लेकर 8 सेमेस्टर की पढ़ाई करनी होती है। B. Pharm कोर्स को आप मेडिकल कॉलेजों, फार्मेसी कॉलेजों और विज्ञान विश्वविद्यालयों से कर सकते हैं। यह कोर्स भारतवर्ष में कई शैक्षणिक संस्थानों में उपलब्ध होता है।
भारत के टॉप 5 मेडिकल कॉलेज
- All India Institute of Medical Sciences (AIIMS), New Delhi
- Christian Medical College (CMC), Vellore
- Armed Forces Medical College (AFMC), Pune
- Maulana Azad Medical College (MAMC), New Delhi
- King George’s Medical University (KGMU), Lucknow
विदेश से Doctor Kaise bane?
मेडिकल कॉलेज चुने:
आपको विदेशी देशों में उपलब्ध डॉक्टरी पाठ्यक्रमों की जांच करनी चाहिए। यहां विभिन्न देशों में कई प्रशिक्षण प्रोग्राम हो सकते हैं जैसे MBBS, MD, MS
प्रवेश प्रक्रिया का पालन करें:
पको चयनित विदेशी डॉक्टरी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर प्रवेश प्रक्रिया, योग्यता मानदंड और आवश्यक दस्तावेजों की जांच करनी चाहिए।
विदेशी प्रवेश परीक्षा दें:
कई विदेशी देशों में डॉक्टरी पाठ्यक्रम के लिए एंट्रेंस परीक्षा आयोजित की जाती है। आपको उस परीक्षा में भाग लेना होगा और सफलता प्राप्त करनी होगी।
एडमिशन के लिए आवेदन करें:
अब आपको यहां पर जिस किसी भी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना है आपको उनके ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर अपना ऑनलाइन आवेदन देना होगा।
वीजा प्रक्रिया:
जब आपका प्रवेश प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी होती है, तो आपको अपने विदेशी डॉक्टरी पाठ्यक्रम के लिए वीजा के लिए आवेदन करना होगा। आपको विदेशी दूतावास या वीजा प्राधिकारी के पास जाकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होगा।
दुनिया के टॉप 5 मेडिकल कॉलेज
- Harvard Medical School, United States
- Oxford University Medical School, United Kingdom
- Cambridge University Medical School, United Kingdom
- Massachusetts Medical School, United States
- Johns Hopkins Medical School, United States
डॉक्टरों की जिम्मेदारियां
डॉक्टरों की मुख्य जिम्मेदारियां स्वास्थ्य सेवाओं में योगदान करना, रोगियों का इलाज करना, रोगों का आकलन करना, सलाह देना और सर्जरी या चिकित्सा प्रक्रिया का प्रबंधन करना होती है। उनकी जिम्मेदारी यह भी होती है कि वे जनता को रोगों के बारे में जागरूक करें और स्वस्थ जीवनशैली के लिए सलाह दें। यहां तक कि वे उपचार प्रणालियों को सुविधाजनक और प्रभावी बनाने के लिए अद्यतन और नवीनीकरण करें। डॉक्टरों की यह सभी जिम्मेदारियां संपूर्ण स्वास्थ्य प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
डॉक्टर बनने के बाद कितनी सैलरी होती है?
डॉक्टर बनने के बाद सैलरी निर्धारित करना कठिन है क्योंकि यह कई परिस्थितियों पर निर्भर करता है। सैलरी विभिन्न तत्वों जैसे अनुभव, क्षेत्र, औषधिक विज्ञान, और क्षेत्र के आधार पर भिन्न हो सकती है। इसके अलावा, डॉक्टर की सैलरी विशेषताओं, इंटर्नशिप, अस्पताल या निजी अस्पताल में रोजगार करने आदि के आधार पर भी प्रभावित हो सकती है।
सामान्यतः, डॉक्टरों की सैलरी भारत में 5 लाख सालाना रुपये से शुरू होती है और उससे अधिक भी हो सकती है। हालांकि, इसे बढ़ाने के लिए उन्नति के साथ समय और अनुभव की आवश्यकता होती है।
FAQ
डॉक्टर का कोर्स कितने साल का होता है?
डॉक्टर का कोर्स तकरीबन 5.5 साल का होता है।
12 वी के बाद डॉक्टर बनने के लिए क्या करना चाहिए?
आपको सबसे पहले NEET एन्ट्रन्स इग्ज़ैम पास करना होंगा उसके बाद आप कोई भी डिग्री के लिए अप्लाइ कर सकते है।
डॉक्टर बनने में कितना पैसा लगेगा?
डॉक्टर बनने के लिए आवश्यक शिक्षा और दौर के लिए व्ययित होने वाला पैसा निर्धारित नहीं होता है। यह आपकी चयनित पाठ्यक्रम, कॉलेज या विश्वविद्यालय, और आपके आर्थिक स्थिति पर निर्भर करेगा। फिर भी कां से कां 500000 से श्रु ज्यादा 5000000 भी हो सकता है।
नीट मे पास होने के लिए कितने अंख चाहिए OBC?
कम से कम 40
MBBS कितने साल का होता हैं?
एमबीबीएस लगभग 4.5 वर्षों का कोर्स होता है और 1 वर्ष का आपको इसमें इंटर्नशिप करना होता है। जिसे कुल मिलाकर यह कोर्स करीब 5.5 वर्षों का हो जाता हैं।
डॉक्टर बनने के लिए कितने परसेंटेज चाहिए क्लास 10वीं और 12वीं में?
डॉक्टर बनने के लिए आपको दसवीं और बारहवीं में कम से कम 50% से भी अधिक अंक प्राप्त करने होंगे।